Tuesday, March 14, 2017

भक्ति की शक्ति, जलती होली मे भी बचा सही सलामत





आज आपको बताते है भक्ति की शक्ति 
के बारे मे
,
क्या कोई मनुश्य आग मे  कुद के
भी  ज़िंदा रेह  सकता है
, हमारे
देश में त्योहार के अवसर पर
अलग-अलग तरह ही परंपराएं देखने को मिलती हैं। लोग आग पर नंगे पेर चलते है हम सबने
ये होता देखा है
, पर
मथुरा  के
एक गांव में होलिका देहेन के समय एक शख्स धधकती आग में कूद गया। शख्स का नाम बबुलाल पंडा
बताया जा रहा है
, बावजूद
इसके बाबूलाल को कुछ नहीं हुआ। आग में कूदने की वजह बाबूलाल ने खुद पर प्रहलाद आने
को बताया।
 
मथुरा शहर से 50 किमी की
दूरी पर कोसीकलां इलाके का फालैन गांव है। यहा एक प्रसिद्ध प्रहलाद मंदिर है जहा
हर होलि के मौके पे बडे धूम धाम से होलिका दहन होता है। इसके लिए गांव के प्रह्लाद
मंदिर के बाहर
30 फीट चौड़ी अग्नि सजार्इ गर्इ। जिसे देखने के लिए
दूर-दूर से लोग आए।
  बाबुलाल पंडा नामक ये शख्स भी होलिका देहेन के समय वहान मौजूद
थे
,
बाबूलाल जी मंदिर में प्रहलाद
का पूजन करते रहे। इसी दौरान वे मन में लगातार प्रहलाद का नाम जप रहे थे। सुबह
साढ़े चार बजे वे मंदिर से निकले और होलिका का पूजन किया। फिर ग्रामीणों ने होलिका
में आग लगा दी।
बाबूलाल की बहन उन्हें प्रहलाद कुंड तक ले गर्इं।
जहां पर डुबकी लगाने के बाद बाबुलाल होली कि जलती आग में कूद गए। होलिका से निकलने
के बाद उन्होंने होली की परिक्रमा की  फिर
घर चले गए। बाबूलाल का कहना है कि उन्हें कोर्इ नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने बताया
कि जब वे मंदिर में भगवान भक्त प्रहलाद के जप में लीन थे तभी प्रहलाद उन पर आ गए
और वे कुंड में डुबकी लगाकर आग में कूद गए।

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