वैज्ञानिकों ने जेब्रा नामक मछली के मस्तिष्क में
मौजूद एक रसायन की खोज की है, जिससे यह जानने में मदद मिलेगी
कि मछली की आंखों में रेटीना किस तरह विकसित होती है। खास बात ये
है कि zebra
fish की भारत मे कोइ कमी नही है, ये मछ्ली अक्सर
aquariums मे देखने को मिल जाती है,
मौजूद एक रसायन की खोज की है, जिससे यह जानने में मदद मिलेगी
कि मछली की आंखों में रेटीना किस तरह विकसित होती है। खास बात ये
है कि zebra
fish की भारत मे कोइ कमी नही है, ये मछ्ली अक्सर
aquariums मे देखने को मिल जाती है,
वैज्ञानिकों के इस शोध से इंसान की आंखों में
होने वाले अंधेपन के इलाज में मदद मिलने की संभावना है। शोध से पता चलता है कि Gama
Aminobutric Acid (G.A.B.A) एक neurotransmitter है, जिसका उपयोग तंत्रिका गतिविधियों को शमित करने
के लिए जाता है।
होने वाले अंधेपन के इलाज में मदद मिलने की संभावना है। शोध से पता चलता है कि Gama
Aminobutric Acid (G.A.B.A) एक neurotransmitter है, जिसका उपयोग तंत्रिका गतिविधियों को शमित करने
के लिए जाता है।
G.A.B.a को रोककर A.M.D (Age
Related Meculer Degenetaion) का नया उपचार किया जा सकेगा। यह
अंधेपन और Retenitis Pigmentosa का सबसे सामान्य कारक है।
Related Meculer Degenetaion) का नया उपचार किया जा सकेगा। यह
अंधेपन और Retenitis Pigmentosa का सबसे सामान्य कारक है।
वैज्ञानिकों के अनुसार मछलियों और स्तनधारियों के
रेटीना की संरचना मूल रूप से समान होती है। इस तरह G.A.B.A में कमी से
रेटीना के फिर से बनने में मदद मिल सकती है।
वैज्ञानिको ने Muller Glia नामक एक stem cell को zebra fish के आंखो के रेटिना मे खोजा है, जो खराब रेटिना को पुनहरेटीना की संरचना मूल रूप से समान होती है। इस तरह G.A.B.A में कमी से
रेटीना के फिर से बनने में मदद मिल सकती है।
बना सकता है, zebra fish की आंखो का रेटिना
खराब कर देने पर भि Muller Glia ग्लिया केवल 28 दिनो मे zebra
fish कि आंखो कि रोशनी वापस ले आता है, इसी खुबी
को वैज्ञानिक अब मानवो पर भी कर रहे है, कुछ ही सालो मे अंधेपन
का उपचार सम्भव हो जायेगा
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